SMALL THOUGHTS
सुख दुख तो अतिथि हैं, बारी-बारी आयेंगे चले जायेंगे… यदि वो नहीं आयेंगे तो, हम अनुभव कहाँ से लायेंगे…!!
सुख दुख तो अतिथि हैं, बारी-बारी आयेंगे चले जायेंगे… यदि वो नहीं आयेंगे तो, हम अनुभव कहाँ से लायेंगे…!!
अगर आप अपने लक्ष्य की और बढ़ रहे हैं और लोग बाधाएं उत्पन्न कर रहे हैं तो यकीन मानिये आप सही राह पर बढ़ रहे हैं।
जब तक किसी बात की पूरी जानकारी ना हो तब तक हमे मौन रहना चाहिए क्योंकि अधूरा सत्य, पूर्ण झूठ से कई गुना ज्यादा खतरनाक होता है!
अहंकार तभी उत्पन्न होता हैं… जब गुणों का स्वामी यह भूल जाता हैं… कि प्रशंसा वास्तव में उसकी नहीं… बल्कि उसके गुणों की हों रहीं हैं…!!
माचिस किसी दूसरी चीज को जलाने से पहले खुद को जलाती हैं… क्रोध भी एक माचिस की तरह हैं… यह दुसरो को बर्बाद करने से पहले खुद को बर्बाद करता …