व्यवहार वह सीढ़ी है जिससे हम मन में भी उतर सकते हैं और मन से भी उतर सकते हैं इसलिए यह हमें ही तय करना है कि हमारा व्यवहार कैसा होना चाहिए ।
व्यवहार वह सीढ़ी है जिससे हम मन में भी उतर सकते हैं और मन से भी उतर सकते हैं इसलिए यह हमें ही तय करना है कि हमारा व्यवहार कैसा होना चाहिए ।